मुल्ला नसरुद्दीन की कहानियां – हंसी में छिपी गहरी सीख
मुल्ला नसरुद्दीन अपनी बुद्धिमानी और हास्यपूर्ण जवाबों के लिए प्रसिद्ध थे। उनकी कहानियां सिर्फ हंसाने के लिए नहीं, बल्कि गहरी सीख देने के लिए भी जानी जाती हैं। आइए, ऐसी ही एक दिलचस्प कहानी जानते हैं।
कहानी: सच्चा अमीर कौन?
एक दिन, मुल्ला नसरुद्दीन एक अमीर व्यापारी के घर गए। व्यापारी बहुत घमंडी था और अपनी दौलत का दिखावा करता था। उसने मुल्ला से पूछा –
“नसरुद्दीन, क्या तुम जानते हो कि दुनिया में सबसे अमीर कौन होता है?”
मुल्ला ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया – “जो सबसे अधिक संतुष्ट हो, वही सबसे अमीर होता है।”
व्यापारी हंस पड़ा और बोला – “नहीं! सबसे अमीर वह होता है जिसके पास सबसे ज्यादा धन-दौलत होती है।”
मुल्ला ने मुस्कराते हुए अपनी जेब से कुछ सिक्के निकाले और बोले –
“अगर संतोष धन से नहीं आता, तो तुम्हें और कितना चाहिए?”
व्यापारी बोला – “बस थोड़ा और।”
मुल्ला ने हंसते हुए कहा –
“यही अंतर है अमीरी और संतोष में। जो हमेशा ‘थोड़ा और’ चाहता है, वह कभी अमीर नहीं हो सकता!”
कहानी से सीख:
- संतोष ही सच्ची अमीरी है।
- लालच करने से कभी भी सुख और संतोष नहीं मिलता।
- आत्म-संतोष जीवन में सच्ची खुशी लाता है।
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निष्कर्ष:
मुल्ला नसरुद्दीन की कहानियां न सिर्फ मनोरंजन करती हैं, बल्कि गहरी सीख भी देती हैं। उनकी कहानियों में चतुराई, व्यंग्य और प्रेरणा छिपी होती है, जिससे हम जीवन में सही मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
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