परी और जादुई गुफा की कहानी in Hindi | Fairy And Magical Cave Story In Hindi
काफी समय पहले अना परी, मीना परी, टीना परी, और डिका परी, परी लोक की चार परियाँ, घूमने के लिए पृथ्वी लोक आईं। उनमें से सबसे छोटी डिका परी थीं। जब वे एक नगर से दूसरे नगर पर गए, तो वे सब एक नदी के तट पर जा पहुँचे। फिर बहुत तेज बारिश होने लगी। चारों ओर घने बादल छाए हुए थे। बारिश से बचने के लिए सभी परियां एक गुफा में चली गईं। बारिश इतनी तेज थी कि रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी।
तभी गुफा में पानी भरने लगा। आना परी, परी सबसे बड़ी थी। उन्होंने कहा, “सारी परियां एक साथ रहे और गुफा की छत पर उड़ गईं।” बारिश धीरे-धीरे थमने लगी। साथ ही हर तरफ अंधेरा था। नन्ही डिका, परी ने कहा, “अब हमें वापस परीलोक जाना है। वह अपनी जादू की छड़ी का उपयोग उड़ते हुए रथ को लाने के लिए करती है। सभी परियाँ रथ में बैठ जाती हैं और परीलोक जाने लगती हैं।
फिर टीना परी पूछती हैं, “कहां है मेरी जादू की छड़ी?मेने सौम्या और मीना परी से भी पूछा लेकिन उन्हें भी मेरे छड़ी नहीं मिली। ओह, मेरे पास से येह क्या हो गया है। वह सोचती है कि गुफा से बाहर आने के बाद वह कहीं गिर गई होगी। वे सभी उसे ढूंढने के लिए जाते हैं। तभी छोटी पारी बोली देखो, एक छोटा सा राक्षस हमारे छड़िया लेकर भाग रहा है। सारा दोष उस राक्षस का है।
लेकिन एक छड़ी लेकर वह राक्षस भाग जाता है। फिर एना परी ने अपनी छड़ी घुमाई और कहा, “उस राक्षस के हाथ-पैर बंध जाने चाहिए।” फिर वो राक्षस पकड़ा जाता है। जैसे ही टीना परी राक्षस के हाथ से अपनी छड़ी लेती है। यह दानव राजकुमार बन जाता है। परियाँ सब हैरान हैं। वह उससे पूछती है कि उनके हाथ छूते ही वह एक राक्षस से राजकुमार कैसे बन गया।
राजकुमार तब अपनी कहानी बताता है और कहता है कि वह इस राज्य का राजकुमार है। मैं पिछले 7 सालों से राक्षओं की तरह इधर-उधर भटक रहा हूं। मैंने अपने माता-पिता को भी नहीं देखा है। मैं आज से 7 साल पहले जंगल में शिकार करने गया था। मैंने एक हिरन पर तीर चलाया लेकिन को एक साधु के बछड़े को लग गया और वो मर गया । फिर, एक साधु ने मुझे श्राप दिया कि मैं एक छोटा राक्षस बन जाऊंगा। तब मैंने साधु जी से बहुत क्षमा मांगी।
लेकिन साधु जी नहीं माने। मैंने उससे विनती की, “कृपया मुझे वापस वैसा ही बना दें जैसा मैं पहले था।” साधु ने तब कहा, “मैं इस श्राप को वापस नहीं ले सकता, लेकिन अगर कोई सच्चे दिल वाला तुम्हें छूता है, तो तुम वापस राजकुमार बन जाओगे।” राजकुमार ने सभी परियों को धन्यवाद दिया और उन्हें महल में जाने के लिए कहा। जहां चारों परियों की अच्छे से खातिर दरी की जाती है।
परी और जादुई गुफा की कहानी in English| Fairy And Magical Cave Story In English
A long time ago Ena Pari, Meena Pari, Tina Pari, and Dika Pari, the four fairies of Pari Lok, came to visit Prithvi Lok. The youngest of them was Dika Pari. When they went from one city to another, they all reached the bank of a river. Then it started raining heavily. There were thick clouds all around. All the fairies went to a cave to escape from the rain. The rain was so strong that it was not taking the name of stopping.
Then water started filling the cave. Ena Pari, Pari was the eldest. He said, “All the fairies stayed together and flew to the roof of the cave.” The rain started to stop slowly. Also it was dark everywhere. Little Dika, the fairy said, “Now we have to go back to Fairyland. She uses her magic wand to get the chariot flying. All the fairies get into the chariot and start going to Fairyland.”
Then Tina Pari asks, “Where is my magic wand? I asked Ena and Meena Pari too but they also could not find my wand. Later she must have fallen somewhere. They all go to find her. Just then little Pari says look, a little monster is running away with our stick. It’s all the fault of that monster.
But the demon runs away with a stick. Then Ena Pari waved her stick and said, “That monster’s hands and feet should be tied.” Then that demon is caught. Just as Tina takes her wand from the fairy demon’s hand. This demon becomes the prince. The fairies are all surprised. She asks him how he became a prince from a demon as soon as their hands touched.
The prince then tells his story and says that he is the prince of this kingdom. I have been wandering here and there like a demon for the last 7 years. I haven’t even seen my parents. I went hunting in the forest 7 years ago. I shot an arrow at a deer but it hit a hermit’s calf and it died. Then, a sage cursed me that I would become a small demon. Then I apologized a lot to Sadhu ji.
But Sadhu ji did not agree. I begged him, “Please make me back the way I was before.” The sage then said, “I cannot take back this curse, but if someone with a true heart touches you, you will become a prince again.” The prince thanked all the fairies and asked them to go to the palace. Where the carpet is done for the good of the four fairies.