De De Pyaar De 2 Review – क्या फिल्म उम्मीदों पर खरी उतरती है?
“De De Pyaar De 2” एक रोमांटिक-कॉमेडी ड्रामा है जो रिश्तों की जटिलताओं, उम्र के अंतर और आधुनिक रिश्तों को एक हल्के और मनोरंजक अंदाज़ में दिखाने की कोशिश करती है।
पहली फिल्म की सफलता के बाद, दर्शकों की उम्मीदें काफी ज़्यादा थीं—और अच्छी बात यह है कि फिल्म उन उम्मीदों को काफी हद तक पूरा भी करती है।
फिल्म देखने के बाद पहला रिएक्शन
सिनेमा से बाहर निकलते ही दिमाग में एक ही बात घूम रही थी—
अजय देवगन को सीक्वल्स से थोड़ा ब्रेक लेना चाहिए।
पिछले कुछ समय में उन्होंने सीक्वल्स की पूरी लाइन लगा दी है—
धमाल 4, गोलमाल 5 और अब दे दे प्यार दे 2।
लेकिन सच यही है कि दृश्यम को छोड़कर हाल के किसी भी सीक्वल ने
वो जुनून, वो असर नहीं छोड़ा।
सिंघम अगेन ने निराश किया,
सन ऑफ सरदार 2 भी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी।
जबकि पहली सन ऑफ सरदार कम स्क्रीन के बावजूद
जब तक है जान जैसे बड़े क्लैश में भी बेहतरीन कलेक्शन लाई थी।
लोग चाहते थे कि पार्ट 2 धमाका करे,
लेकिन वहाँ भी सिर्फ मायूसी मिली।
अब बारी थी De De Pyaar De 2 की।
Video Review
👉 https://youtu.be/NKWxp795ZSw
अजय देवगन की एक्टिंग – मजबूत, स्थिर, लेकिन फिल्म साथ नहीं दे पाई
अजय देवगन हमेशा की तरह शानदार अभिनय लेकर आए हैं।
उनकी स्क्रीन प्रेज़ेंस, उनकी maturity और उनका subtle acting स्टाइल
पूरी फिल्म में नज़र आता है।
समस्या अजय में नहीं है—
समस्या फिल्म की execution में है।
कॉमेडी सीमित है,
emotional moments कमजोर पड़ जाते हैं,
और कहानी बीच में ही फ्लैट हो जाती है।
फिल्म का सबसे बड़ा Minus – Meezaan Jaffrey
फिल्म की सबसे ज्यादा कमजोरी एक ही चीज़ में दिखती है—
मीज़ान जाफ़री का किरदार और उनकी कॉमेडी।
कई बार ऐसा लगता है जैसे
आप अजय देवगन की फिल्म नहीं,
बल्कि मीज़ान की फिल्म देखने बैठे हों।
उनकी comedy न तो engaging लगती है,
और न ही हँसी ला पाती है।
उनके आते ही फिल्म का pace और interest
धीरे–धीरे नीचे खिसकने लगता है
और फिर संभल नहीं पाता।
Fans भी नाखुश दिखाई दिए
रिलीज़ से पहले ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड चल रहा था—
“OTT पर रिलीज़ कर दो।”
और सच में, कई जगह ऐसा लगा कि
अगर ये फिल्म ओटीटी पर ही आती
तो शायद ज़्यादा accept की जाती।
पहले पार्ट वाला charm पूरी तरह गायब
पहला भाग क्यों liked था?
- शानदार गाने
- अजय–रकुल की chemistry
- तब्बू की presence
- fresh fun
- और एक strong open ending
De De Pyaar De 2 इन चीज़ों को repeat नहीं कर पाई।
वही कहानी है,
लेकिन पहले पार्ट जैसा मज़ा, freshness या excitement नहीं मिलता।
कहानी क्या है? वही प्लॉट, लेकिन बोरिंग execution
कहानी वहीं से शुरू होती है जहां पहला भाग खत्म हुआ था—
आशीष और आयशा उसके परिवार से मिलने पहुँचते हैं।
आयशा के पिता बने हैं आर. माधवन।
थोड़ी नोक–झोंक, थोड़ी emotional situations… शुरुआत ठीक चलती है।
लेकिन फिर आता है conflict —
मीज़ान जाफ़री का character।
यहीं से फिल्म का ग्राफ गिरता है।
ना कॉमेडी पकड़ बना पाती है,
ना music save कर पाता है,
और ना ही romance उतना प्रभाव छोड़ता है।
अगर Comedy + Fun + Songs की उम्मीद है… तो भूल जाइए
अगर आप सोच रहे हैं कि
पहले पार्ट जैसा मज़ेदार ह्यूमर मिलेगा
या catchy songs मिलेंगे—
तो disappoint होने की तैयारी रखें।
यह फिल्म साफ तौर पर fun entertainer नहीं है।
One-Time Watch?
अगर आप सिर्फ टाइमपास के मूड में हैं
और हल्की-फुल्की family drama वाली फिल्म देखना चाहते हैं—
तो एक बार देख सकते हैं।
लेकिन repeat value लगभग नहीं है।
मेरी रेटिंग
2/5 स्टार
(ईमानदार और संतुलित रिव्यू के साथ)
FAQs – De De Pyaar De 2
1. क्या फिल्म फैमिली के साथ देखी जा सकती है?
हाँ, बिल्कुल देखी जा सकती है, लेकिन मनोरंजन थोड़ा कम है।
2. क्या यह पहले पार्ट जितनी अच्छी है?
नहीं, पहले पार्ट का charm, music और fun इस बार गायब है।
3. सबसे बेहतर परफॉर्मेंस किसकी है?
अजय देवगन और आर. माधवन काफी अच्छे लगे हैं।
4. क्या फिल्म को थिएटर में देखकर पैसे वसूल होंगे?
अगर आप अजय देवगन के hardcore fan हैं तो ठीक,
वरना OTT पर देखना बेहतर महसूस होगा।
5. फिल्म की सबसे बड़ी कमी क्या है?
कमज़ोर कॉमेडी और मीज़ान जाफ़री का overfocused ट्रैक।

