राजा का इलाज कहानी in Hindi | The Sick King Story In Hindi
मिठाईपुर राज्य में भीमसेन नाम का एक राजा हुआ करता था। वह राजा काफी स्वस्थ और मोटा था। उन्हें किसी और चीज से ज्यादा खाना खाना पसंद था। वह हमेशा किसी न किसी चीज का भूखा रहता था। क्योंकि वह हर समय खाता था, उस राजा को अधिक वजन होने की समस्या थी। समय के साथ राजा का वजन इतना बढ़ गया कि वह बीमार रहने लगे। हर बार राजा के वेध ने उसे कम खाना खाने के लिए कहते ताकि उसका वजन कम हो जाए, लेकिन राजा अपने खाने की आदतों को नहीं बदल सका।
एक दिन वह वापस वेध के पास गया, जिसने उसे फिर से कम खाने के लिए कहा। इससे राजा वास्तव में परेशान हो गया। उन्होंने राज्य में सभी को बहुत क्रोधित होते हुए कहा कि जो भी मेरे साथ अच्छा इलाज करेगा, उसे बड़ा इनाम मिलेगा । इस घोषणा के साथ ही राजा ने यह भी कहा कि जो कोई भी उसे ठीक नहीं कर पाएगा उसे मार दिया जाएगा।
तब, एक बुद्धिमान ज्योतिषी ने कहा कि भीमसेन राजा के पास जीने के लिए केवल एक महीना बचा था। एक महीने में वह मर जाएगा। यह सुनते ही राजा को क्रोध आ गया। अब उसे सोने में भी डर लगने लगा था।
राजा ने ज्योतिषी को बन्दी बना लिया। उसने अपने सिपाहियों से कहा कि उसे एक महीने के लिए बंद कर दो। इससे पता चलेगा कि उसकी भविष्यवाणियां कितनी सही या गलत हैं।
भले ही राजा ने ज्योतिष को जेल में डाल दिया, लेकिन जैसे-जैसे दिन बीत रहे थे उसका डर बढ़ता जा रहा था। डर के मारे राजा का खाना-पीना भी कम हो गया। राजा की भूख मिट चुकी थी क्योंकि उसे मरने की चिंता सता रही थी। कुछ समय बाद एक महीना बीत गया। राजा ने ज्यादा नहीं खाया क्योंकि वह मरने से डरता था और इससे डरता था। इससे उनका वजन कम हुआ।
जैसे ही एक महीना बीत गया, राजा ने ज्योतिषी को जेल से दरबार में बुलाया गया । जब सैनिक उसे राजा के पास लाए तो राजा ने उससे पूछा कि उसने ऐसा क्यों कहा। देखो ! मैं अभी भी जिंदा हूं आप गलत थे कि में मर जाउगा । अब मैं तुम्हारा सिर काट दूंगा ताकि तुम ऐसी बुरी भविष्यवाणियां करके किसी को दोबारा परेशान न करो।
इससे पहले कि वह और कुछ कहता, मुस्कुराते हुए ज्योतिषी ने राजा को आईने में देखने के लिए कहा। देखो कि जो कुछ मैंने आप से कहा उसके कारण आप का शरीर कैसे बदल गया है और जिस दिन मैंने आप को बताया था उस दिन आप कैसे थे। जब आप आज शीशे में देखते हैं, तो आप कह सकते हैं कि आप पहले से बेहतर स्वास्थ्य में हैं। आपका वजन बढ़ने के बजाय कम हो गया है।
ज्योतिष के बारे में सुनते ही राजा ने शीशे में देखा। राजा ने जब स्वयं को देखा तो वह अवाक रह गया। उसे बहुत अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि एक महीने तक उनकी मृत्यु की भविष्यवाणी के बारे में सुनकर वे इतने दुखी हुए कि अपनी ओर देख भी नहीं सकते थे। तब से मेरा वजन वास्तव में बहुत बदल गया है।
ज्योतिषी ने तुरंत राजा से कहा, “मैं आप का असली चिकित्सक हूँ।” मैंने जो किया उसके कारण आपने वजन कम किया, और उपचार वही था जो आप चाहते थे। मैंने सिर्फ आप को डराया है। मैं कुंडली पढ़ने वाला नहीं हूं। एक ज्योतिषी के रूप में, मैंने सिर्फ आपकी समस्या को हल करने में आपकी मदद की। जब मैंने डर दिखाया, तो आप ने खाना कम कर दिया। इस वजह से आप पहले की तुलना में अब ज्यादा स्वस्थ नजर आ रहे हैं।
राजा ने उसकी बात मानी। जैसा उसने वादा किया था, उसने उसे वह इनाम दिया जो उसने मांगा था। इनाम देने के बाद राजा ने कुछ देर सोचा कि मरने के डर से और अगर कम खाने से उनका स्वास्थ्य इतना बेहतर हो गया है, तो अब ज्यादा खाना नहीं खायेगा। जब राजा ने फैसला किया कि वह कभी भी ज़रूरत से ज़्यादा नहीं खाएगा ।
कुछ ही समय में राजा का स्वास्थ्य सामान्य हो गया। उसका वजन कम होने लगा और जो बीमारियाँ उसे बीमार कर रही थीं वे भी ठीक हो गईं।
कहानी से सीखें
इस कहानी से हमें जो पहली चीज सीखने को मिलती है वह यह है कि मौत ही वह चीज है जिससे लोग सबसे ज्यादा डरते हैं। जब मौत नजदीक आती है तो लोग सब कुछ भूल जाते हैं। दूसरा सबक यह है कि जब लोग जरूरत से ज्यादा खाते हैं तो लोग बीमार हो जाते हैं, इसलिए उन्हें केवल उतना ही खाना चाहिए जितना उन्हें चाहिए।
राजा का इलाज कहानी in English| The Sick King Story In English
There used to be a king named Bhimsen in Mithaipur state. That king was very healthy and fat. He loved food more than anything else. He was always hungry for something or the other. Because he used to eat all the time, that king had a problem of being overweight. Over time, the king’s weight increased so much that he started living ill. Each time the King’s Vedha asked him to eat less food so that he would lose weight, but the King could not change his eating habits.
One day he went back to Vedha, who again asked him to eat less. This really upset the king. He got very angry and told everyone in the kingdom that whoever treats me well will get a big reward. Along with this announcement, the king also said that whoever would not be able to cure him would be killed.
Then, a wise astrologer said that King Bhimsen had only one month left to live. He will die in a month. The king got angry on hearing this. Now he was scared to even sleep.
The king made the astrologer a prisoner. He asked his soldiers to detain him for a month. This will show how true or false his predictions are.
Even though the king put Jyotish in jail, his fear was increasing as the days passed. Due to fear, the food and drink of the king also decreased. The king’s hunger had disappeared because he was worried about dying. After some time a month passed. The king did not eat much because he was afraid of dying and was afraid of it. Due to this he lost weight.
As soon as a month passed, the king summoned the astrologer from the prison to the court. When the soldiers brought him to the king, the king asked him why he said that. See ! I am still alive, you were wrong that I will die. Now I will cut off your head so that you don’t trouble anyone again by making such bad predictions.
Before he could say anything else, the smiling astrologer asked the king to look in the mirror. See how your body has changed because of what I told you and how you were the day I told you. When you look in the mirror today, you can tell that you are in better health than ever. Instead of gaining weight, you have lost.
The king looked in the mirror as soon as he heard about astrology. When the king saw himself, he was speechless. He liked it very much. He said that for a month after hearing about the prediction of his death, he was so sad that he could not even look at himself. My weight has really changed a lot since then.
The astrologer immediately told the king, “I am your real doctor.” You lost weight because of what I did, and the treatment was exactly what you wanted. I just scared you. I am not a horoscope reader. As an astrologer, I just helped you to solve your problem. When I showed fear, you reduced the food. Because of this, you are now looking healthier than before.
The king obeyed him. As he promised, he gave him the reward he asked for. After giving the reward, the king thought for some time that due to the fear of dying and if his health has improved so much by eating less, then he will not eat more food. When the king decided that he would never eat more than he needed.
In no time the king’s health became normal. He started losing weight and the diseases that were ailing him also got cured.
Moral from the story
The first thing that we get to learn from this story is that death is the thing that people fear the most. When death comes near, people forget everything. The second lesson is that people get sick when they eat more than they need, so they should only eat what they need.