यह कहानी 12 परियों की कहानी है जो एक बच्ची को खास शक्तियाँ देती हैं। यह कहानी बच्चों के लिए एक जादुई और नैतिक संदेश लेकर आती है। पढ़िए 12 Fairies Story in Hindi and English only on MoralStory.in
हिंदी कहानी: 12 परियों की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, हिमवर्षा नगर नामक एक सुंदर, शांत और जादुई राज्य था। वहाँ की रानी शुभांगी और राजा तेजप्रताप के पास सब कुछ था—धन, सम्मान, और एक समृद्ध राज्य। लेकिन एक कमी उन्हें बहुत खलती थी—उनके कोई संतान नहीं थी।
रानी ने एक दिन भगवान से प्रार्थना की, “हे दैवी शक्तियों, मुझे एक संतान का आशीर्वाद दो।” उसी रात, आकाश में चमक उठी और 12 परियाँ धीरे-धीरे स्वर्गलोक से उतर आईं।
✨ 12 परियाँ और उनके वरदान
रानी के सामने खड़ी परियाँ बहुत सुंदर और शक्तिशाली थीं। हर एक के पास एक जादुई गुण था, और वे रानी की प्रार्थना से प्रभावित होकर उसे आशीर्वाद देने आई थीं।
- दयालुता की परी – “बच्ची के मन में दया होगी।”
- सत्य की परी – “वह हमेशा सच्चाई के साथ खड़ी होगी।”
- संगीत की परी – “उसकी आवाज़ में मधुरता होगी।”
- शक्ति की परी – “वह शारीरिक और मानसिक रूप से शक्तिशाली होगी।”
- ज्ञान की परी – “वह अत्यंत बुद्धिमान होगी।”
- साहस की परी – “वह अंधकार से भी डर नहीं मानेगी।”
- प्रेम की परी – “उसके दिल में सबके लिए प्यार होगा।”
- न्याय की परी – “वह अन्याय का विरोध करेगी।”
- रचनात्मकता की परी – “वह नई कल्पनाओं से दुनिया को सजाएगी।”
- भरोसे की परी – “वह भरोसेमंद होगी।”
- हास्य की परी – “वह दुख में भी मुस्कान दे सकेगी।”
- प्रकाश की परी – “वह अंधकार को प्रकाश में बदल देगी।”
रानी को जल्द ही एक बेटी हुई, जिसका नाम रखा गया – प्रकाशिका।
🧙♀️ अंधकार की चुड़ैल और संघर्ष
प्रकाशिका के जन्म की खुशी पूरे राज्य में मनाई जा रही थी। परंतु एक दूर की पहाड़ी में एक अंधकारमयी चुड़ैल “क्रूरामाया” इस समाचार को सुनकर जल गई। उसे इस बात से क्रोध था कि 12 परियों ने किसी को आशीर्वाद दिया।
“अगर वह लड़की बड़ी हो गई, तो मेरी अंधकार की दुनिया खत्म हो जाएगी,” उसने कहा।
उसने राज्य पर हमला कर दिया और चारों ओर काला धुंध फैलने लगा। पेड़ मुरझा गए, नदियाँ सूख गईं और लोग डर में जीने लगे।
🌈 प्रकाशिका की शक्ति का जागरण
जब प्रकाशिका 16 साल की हुई, तो उसे एक सपना आया। उसमें 12 परियाँ दिखाई दीं। उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है अपने अंदर की शक्ति को पहचानने का।”
राजा और रानी ने उसे एक गुप्त कक्ष में ले जाकर जादुई छड़ी दी, जिसे परियों ने तैयार किया था।
प्रकाशिका ने जैसे ही वह छड़ी उठाई, उसका शरीर चमकने लगा। 12 परियों की शक्ति उसमें समा गई।
वह अकेले चुड़ैल के अंधकार भरे किले की ओर चल पड़ी।
⚔️ अंतिम युद्ध और जीत
कई घंटों की जंग के बाद, जब चुड़ैल ने सबसे घातक हमला किया, तब प्रकाशिका ने आंखें बंद कर परियों का आह्वान किया।
छड़ी से एक तेज़ प्रकाश निकला जिसने चुड़ैल को जड़ से मिटा दिया।
हिमवर्षा नगर फिर से खिल उठा। लोग नाचने लगे, खुशी में झूमने लगे।
रानी ने कहा, “मेरी बेटी अब सिर्फ एक राजकुमारी नहीं, बल्कि प्रकाश की देवी है।”
🌟 शिक्षा (Moral of the Story):
सच्चाई, दया, और आशीर्वाद की शक्ति किसी भी अंधकार को मिटा सकती है।
English Story: The 12 Fairies – A Magical Tale

Long ago in a kingdom called Himvarsha Nagar, Queen Shubhangi and King Tejpratap ruled with wisdom. They had everything but one thing was missing—a child.
One night, Queen Shubhangi prayed to the divine for a child. Suddenly, a glowing aura filled the sky. From it descended 12 celestial fairies, each with a gift of power and wisdom.
✨ The 12 Blessings of the Fairies:
- Kindness Fairy – “She shall be kind-hearted.”
- Truth Fairy – “She will stand for truth.”
- Music Fairy – “Her voice will be melodious.”
- Strength Fairy – “She will be powerful in mind and body.”
- Wisdom Fairy – “She will be extremely intelligent.”
- Courage Fairy – “She will never fear darkness.”
- Love Fairy – “Her heart will overflow with love.”
- Justice Fairy – “She will stand against injustice.”
- Creativity Fairy – “She will decorate the world with imagination.”
- Trust Fairy – “She will be trustworthy.”
- Joy Fairy – “She will spread smiles.”
- Light Fairy – “She will destroy all darkness with light.”
Soon a baby girl was born—named Prakashika.
🧙♀️ The Witch of Darkness
Far away, a dark witch named Kruuramaya grew jealous. She cast a shadow over the kingdom and declared, “That girl will never shine!”
Years passed, and the kingdom suffered. But when Prakashika turned 16, the fairies came to her in a dream and told her of her powers.
Given a magical wand, she awakened the blessings inside her and set off to face the dark sorceress.
🌟 Final Battle and Victory
In a fierce battle, just when Kruuramaya launched her strongest spell, Prakashika summoned all 12 blessings. A beam of light engulfed everything and destroyed the darkness.
The kingdom was saved. People danced, celebrated, and sang.
Queen Shubhangi said, “You are not just my daughter; you are the goddess of light.”
🪄 Moral of the Story:
Blessings of truth, courage, and kindness always conquer darkness.