Gayatri Mantra in Hindi
॥ जाप॥
ॐ भू-भुर्वा स्व तत-सवितुर-वरेण्य
भर्गो देवस्य धीमही
दियो यो न प्रचोदयात॥अर्थ
आप, शाश्वत, भौतिक, जीवन के स्रोत, हे आराध्य सूर्य भगवान, सबसे उज्ज्वल,
मेरी आत्मा को शुद्ध और शुद्ध करो, प्रबुद्ध करो, प्रेरित करो, और मुझे जीवन के सही मार्ग का मार्गदर्शन करो।
Gayatri Mantra in English
॥ Jaap ॥
Om bhu-bhurva sva tat-savitur-varenya
bhargo devsya dhimahi
diyo yo na prachodayat ॥Meaning
You, the eternal one, the physical one, the source of life, oh adorable Sun God, the brightest of all,
cleanse and purify my soul, enlighten, inspire, and guide me down the right path of life.
आप दिन में तीन बार गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं। इसे सुबह जल्दी, दोपहर में और शाम को सूर्यास्त से पहले पढ़ना सबसे अच्छा है। इस लेख को पढ़ने के लिए समय निकालने के लिए धन्यवाद। कृपया इस लेख को दूसरों के साथ साझा करें। ताकि वह भी गायत्री मंत्र के पाठ का लाभ उठा सके।
सोने से पहले कौन सा मंत्र दोहराना उचित है?
ॐ भूर्भुवः स्व: तत्सवितुर्वरेन्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदायत – गायत्री मंत्र में ऐसी शक्ति है कि यह बुरे सपनों के प्रभाव को नकार देता है। रोज रात को सोने से पहले इस मंत्र का जप करें।
कौन सा गायत्री मंत्र सबसे शक्तिशाली है?
गायत्री मंत्र कई रूपों में आता है। हालाँकि, सवितुर गायत्री एक अनूठा रूप है, जो सावित्री, देवी माँ के नाम से लिया गया है, जिसका अर्थ है दीप्तिमान और दीप्तिमान।
गायत्री मंत्र का जाप कैसे किया जाता है?
भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो नह प्रचोदायत्। यह तीन बार गायत्री मंत्र का जाप करने का काम करता है। इसलिए यह जप प्रातः, सायंकाल और दोपहर के समय करना चाहिए। गायत्री मंत्र का जाप सुबह सूर्योदय से पहले शुरू करना चाहिए और सूर्योदय के बाद थोड़ी देर तक करना चाहिए।
अगर हम गायत्री मंत्र का उच्चारण करें तो क्या होगा?
धार्मिक मान्यता के अनुसार गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। मन का शोक, दु:ख, द्वेष, पाप और पापबुद्धि जैसी नकारात्मक बातें समाप्त हो जाती हैं। इस मंत्र को जपने से मनुष्य की बुद्धि जाग्रत होती है।