बचपन और कहानियां एक साथ नहीं चलते। ये बस ऐसी कहानियाँ हैं जो बच्चों को जीवन के छोटे से छोटे पाठ को बहुत ही आसान और सरल तरीके से सिखाती हैं, और वे कैसे बनते हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे क्या सीखते हैं। भले ही बच्चों के मनोरंजन के लिए बनाई गई नैतिक कहानियां हमारी यादों से फीकी पड़ गई हों, लेकिन हमने उनसे जो सबक सीखा वह हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेगा। वहीं अगर वर्तमान की बात करें तो हम इनका इस्तेमाल बच्चों के मनोरंजन के लिए कर सकते हैं। मैं बच्चों को टीवी का रिमोट या अपना सेल फोन देता हूं और यह भूल जाता हूं कि उन्हें नैतिक पाठ पढ़ाने से ज्यादा जरूरी उनका मनोरंजन करना है। अगर आपको याद हो तो हमारे बुजुर्गों ने हमें नैतिक कहानियां सुनाकर सही और गलत के बारे में सिखाया। यदि आप जानना चाहते हैं कि क्या ये नैतिक कहानियाँ अभी भी महत्वपूर्ण हैं, तो इसका उत्तर हाँ है। इसलिए, कहानियों के इस भाग में, हमने आपके बच्चों के लिए कुछ नैतिक कहानियाँ एक साथ रखी हैं। यह इन कहानियों का जादू है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि बच्चे यह कभी न भूलें कि नैतिकता का होना कितना महत्वपूर्ण है।
राजा का इलाज कहानी | The Sick King Story In Hindi
राजा का इलाज कहानी in Hindi | The Sick King Story In Hindi मिठाईपुर राज्य में भीमसेन नाम का एक राजा हुआ करता था। वह राजा काफी स्वस्थ और मोटा...
Read Moreभक्त ध्रुव की कथा | Dhruv Ki Kahani in Hindi English– भक्ति, तपस्या और आदर्श बालक की प्रेरणादायक कहानी
भक्त ध्रुव की कथा | Dhruv Ki Kahani – बाल भक्ति का अनुपम उदाहरण MoralStory.in पर प्रस्तुत है एक ऐसी प्रेरणादायक पौराणिक कथा, जो न केवल बच्चों के लिए, बल्कि...
Read Moreमहाभारत की कहानी: कर्ण के जन्म की कथा | Karan Ka Janam Kaise Hua Story
कर्ण के जन्म की कथा | कर्ण के पिता कौन थे | कर्ण का जन्म कहां हुआ था | कर्ण की मृत्यु कैसे हुई | कर्ण की कहानी दानवीर |...
Read Moreबंदर और लालची बिल्ली की कहानी | Bandar Aur Lalchi BilliKi Kahani
बंदर और लालची बिल्ली की कहानी in Hindi | Bandar Aur Lalchi BilliKi Kahani in Hindi कभी एक जंगल हुआ करता था, और सभी जीव-जन्तु वहाँ शांति से रहते थे।...
Read Moreतेनाली रामा की कहानियां: अपराधी बकरी | Tenali Rama Apradhi Bakri Story in Hindi
तेनाली रामा की कहानी अपराधी बकरी in Hindi | Tenali Raman Apradhi Bakri Story in Hindi राजा कृष्णदेव राय प्रतिदिन की भाँति अपने दरबार में विराजमान थे। तभी एक चरवाहा...
Read More