शेखचिल्ली की कहानी सड़क यहीं रहती है
एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में एक आदमी हुआ करता था, जिसका नाम शेखचिल्ली था। वह अपने अजीब-ओ-गरीब विचारों और हास्यास्पद किस्सों के लिए प्रसिद्ध था। उसकी कल्पनाओं की ऊँचाई देखने लायक थी, और गाँववाले अक्सर उसके साथ चुटकुले बनाते थे। किंतु, इसमें कोई संदेह नहीं था कि शेखचिल्ली के विचारों में एक अद्भुत रचनात्मकता थी।
एक दिन, वह अपने घर से बाहर निकला और सड़क पर चलते-चलते सोचने लगा। कुछ क्षणों की चुप्पी के बाद, उसने अपने मन में विचार किया, “क्या सड़क स्वयं की एक पहचान रखती है? क्या यह मुझे अपने भीतर समेटे हुए अपने अनगिनत यात्रियों की कहानियों को साझा कर सकती है?”
इस विचार के साथ, शेखचिल्ली ने सड़क से बातचीत करने का निर्णय लिया। उसने सड़क को संबोधित किया, “हे सड़क, तुम कितनी अद्वितीय हो! तुमने हजारों लोगों को देखा है। तुम्हारे ऊपर कितनी कहानियाँ लिखी गई हैं। क्या तुम मुझे बता सकती हो कि तुम किसको अपने भीतर समेटे हुए हो?”
सड़क ने एक अद्भुत आवाज में उत्तर दिया, “हे शेखचिल्ली, तुम मेरी गहराईयों में उतरने का साहस करते हो। मैं उन पैरों के निशान धारण करती हूँ, जिन्होंने अपने सपनों की ओर यात्रा की है। मैं उन प्रेमियों की कहानी सुनाती हूँ, जो एक-दूसरे को खोजने आए थे। मैं उन नन्हे बच्चों के हंसने-खेलने की गूंज को अपने में संजोए हुए हूँ।”
शेखचिल्ली को इस उत्तर ने अत्यधिक प्रसन्न किया। उसने आगे पूछा, “क्या तुम एक दिन मुझे अपनी कहानियाँ सुनाने के लिए समय दे सकती हो?”
सड़क ने उत्तर दिया, “शेखचिल्ली, समय की सीमा क्या होती है? मैं समय का बंधन नहीं मानती। तुम केवल अपने मन की आँखों से मेरी यात्रा को देखना शुरू करो, मैं तुम्हें अपनी कहानियों में डुबो दूँगी।”
शेखचिल्ली की आँखें चमक उठीं। उसने अपनी कल्पनाओं की उड़ान भरते हुए, सड़क पर चलना शुरू किया। उसने सड़क पर पड़े पत्थरों, धूल और चिह्नों को ध्यान से देखा। हर कदम पर उसे सड़क की भीगी हुई यादों की खुशबू मिलती।
कुछ ही क्षणों में, शेखचिल्ली ने महसूस किया कि सड़क वास्तव में जीवन के एक अनंत ताने-बाने की तरह है। उसमें विभिन्न रंगों, आकारों और गाथाओं का एक अद्भुत मेल था। उसने समझ लिया कि अस्तित्व की गहराई को समझने के लिए हमें केवल देखने की आवश्यकता होती है, सुनने की नहीं।
इस प्रकार, शेखचिल्ली ने गाँव में लौटकर सभी को बताया कि सड़क केवल एक मार्ग नहीं है, बल्कि यह एक जीवंत अस्तित्व है, जो अपनी अनंत कहानियों के साथ जीवन जीने की प्रेरणा देती है। गाँववाले उसकी बातों को सुनकर हैरान रह गए और शेखचिल्ली के असामान्य दृष्टिकोण की सराहना की।
इस घटना के बाद, गाँव के लोग भी सड़क को और ध्यान से देखने लगे, और धीरे-धीरे समझने लगे कि वास्तव में, “सड़क यहीं रहती है” केवल भौतिक मार्ग नहीं है, बल्कि यह विचारों और अनुभवों का संगम है, जो हर किसी के जीवन में महत्व रखता है।
Shekhchilli and the Road Lives Here
Once upon a time, there lived a man in a small village, whose name was Shekhchilli. He was famous for his strange ideas and funny anecdotes. The height of his imagination was worth seeing, and the villagers often cracked jokes on him. But, there was no doubt that Shekhchilli’s ideas had an amazing creativity.
One day, he stepped out of his house and started walking on the road. After a few moments of silence, he thought to himself, “Does the road have an identity of its own? Can it share with me the stories of the countless travellers it has carried within it?”
With this thought, Shekhchilli decided to talk to the road. He addressed the road, “O road, how unique you are! You have seen thousands of people. So many stories have been written on you. Can you tell me whom you carry within you?”
The road replied in a wonderful voice, “O Sheikh Chilli, you dare to descend into my depths. I bear the footprints of those who have traveled towards their dreams. I tell the story of lovers who came to find each other. I treasure the echo of the laughter and play of those little children.”
Shekh Chilli was extremely pleased with this answer. She further asked, “Can you spare a day to tell me your stories?”
The road replied, “Shekh Chilli, what is the limit of time? I do not believe in the bondage of time. You just start watching my journey with your mind’s eye, I will immerse you in my stories.”
Shekh Chilli’s eyes lit up. He started walking on the road, letting his imagination fly. He looked carefully at the stones, dust and marks on the road. At every step he got the fragrance of the road’s wet memories.
In a few moments, Sheikh Chilli realized that the road was actually like an infinite fabric of life. It was a wonderful combination of different colors, shapes and stories. He understood that to understand the depth of existence, we only need to see, not hear.
Thus, Sheikh Chilli returned to the village and told everyone that the road is not just a path, but it is a living existence, which inspires to live life with its infinite stories. The villagers were surprised to hear his words and appreciated Sheikh Chilli’s unusual perspective.
After this incident, the people of the village also started looking at the road more carefully, and slowly started understanding that in fact, “the road lives here” is not just a physical path, but it is a confluence of thoughts and experiences, which holds significance in everyone’s life.