किस्सा गधे, बैल और उनके मालिक का: अलिफ लैला – एक नैतिक कथा
अलिफ लैला की कहानियों में से एक, “किस्सा गधे, बैल और उनके मालिक का”, एक सरल परंतु गहरी नैतिकता से भरपूर कथा है। यह कहानी एक ऐसे व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है जिसके पास एक गधा और एक बैल था। वह दोनों से अत्यधिक प्रेम करता था और उन्हें अपने परिवार का सदस्य मानता था।
कहानी में, मालिक अपने गधे और बैल से अत्यधिक प्रेम करता है, लेकिन साथ ही वह अपने पशुओं को लेकर अत्यधिक चिंतित भी रहता है। वह उन्हें हर समय देखभाल करता रहता है, उनके खाने-पीने का ध्यान रखता है, और उन्हें किसी भी दुख-तकलीफ से बचाने की कोशिश करता है।
एक दिन, मालिक को अपने काम के लिए दूर जाना पड़ा. उसने अपने दोनों पशुओं को अपने घर पर छोड़ दिया। गधा और बैल आपस में घनिष्ठ मित्र थे। लेकिन जब मालिक चला गया, तो गधे की शरारती प्रकृति सामने आ गई। वह बैल को चिढ़ाता और उसे परेशान करता रहा। बैल, अपनी शांत और सहनशील प्रकृति के कारण, गधे की हरकतों को सहता रहा।
परंतु अंततः, बैल भी गधे की शरारतों से परेशान हो गया। उसने गधे को जितना सहन कर सकता था, कर लिया। अंत में, बैल ने गधे पर प्रहार कर दिया। गधे को चोटें आई और वह रोने लगा। जब मालिक वापस आया, तो उसने देखा कि गधा घायल है। उसे बहुत दुःख हुआ और उसने गधे को सांत्वना दी।
इस घटना के बाद, मालिक को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने समझा कि वह अपने पशुओं को लेकर अत्यधिक चिंतित था और इस वजह से दोनों पशुओं के बीच मनमुटाव हो गया था।
कहानी का नैतिक:
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि अत्यधिक चिंता और सुरक्षा, कभी-कभी हानिकारक भी हो सकती है। यह हमें यह भी सिखाती है कि हर किसी को अपनी सीमाओं का सम्मान करना चाहिए और दूसरों को अपनी मर्जी से जीने देना चाहिए। इसके अलावा, यह कहानी हमें यह भी बताती है कि दोस्ती और रिश्तों में संतुलन बनाए रखना आवश्यक है.
अलिफ लैला की यह कथा, बाल मन को नैतिक शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ, हमें जीवन के मूल्यों और रिश्तों की अहमियत को समझने में मदद करती है।
The Tale of the Donkey, the Bull and Their Master: Alif Laila – A Moral Tale
One of the stories in Alif Laila, “The Tale of the Donkey, the Bull and Their Master”, is a simple tale with a deep moral. The story revolves around a man who had a donkey and a bull. He loved both of them very much and considered them as his family members.
In the story, the owner loves his donkey and bull very much, but at the same time he is also very concerned about his animals. He takes care of them all the time, takes care of their food and water, and tries to protect them from any pain.
One day, the owner had to go away for his work. He left both his animals at his home. The donkey and the bull were close friends. But when the owner left, the donkey’s mischievous nature came to the fore. He kept teasing and troubling the bull. The bull, due to his calm and tolerant nature, tolerated the donkey’s antics.
But eventually, the bull got annoyed with the donkey’s mischief. He tolerated the donkey as much as he could. Finally, the bull attacked the donkey. The donkey got hurt and started crying. When the owner returned, he saw that the donkey was injured. He felt very sad and consoled the donkey.
After this incident, the owner realized his mistake. He understood that he was overly concerned about his animals and this caused a rift between the two animals.
Moral of the story:
This story teaches us that excessive concern and protection can sometimes be harmful. It also teaches us that everyone should respect their boundaries and let others live their lives the way they want. Apart from this, this story also tells us that it is important to maintain a balance in friendship and relationships.
This story of Alif Laila, along with providing moral education to the child’s mind, helps us understand the values of life and the importance of relationships.